नरेंद्र कुमार चावला

13 जनवरी 1961 को पिता श्री सुंदर लाल चावला जी व माता श्रीमती राज चावला जी के घर, एक साधारण मध्यम वर्गीय हिन्दू पंजाबी परिवार में इनका जन्म हुआ, जनकपुरी में स्कूली शिक्षा ली, बी. कॉम. मोती लाल नेहरू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) से पूर्ण की।

वे युवा अवस्था से ही समाजिक समस्याओं को हल करने में सक्षम रहे हैं। ग्रस्त एवं दरिद्र व्यक्तियों की प्रतिदिन की कठिनाइयों का निदान ही इनकी प्राथमिकता रहा है। इसी कारण वे अधिक समय तक इस तरह के कार्य में लगी संस्थाओं से दूर ना रह सके।
नरेंद्र जी बचपन से ही आर.एस.एस. की विचारधारा से जुड़े, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में मंत्री (सेक्रेटरी) बने, जनता विद्यार्थी मोर्चा में रहकर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की राजनीति में कई वर्षों तक अहम भूमिका निभाई और धौला कुआँ (साउथ कैंपस) के विभाग प्रमुख रहे।

भाजपा में गत 1979 से मंडल एवं जिले में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। दिल्ली प्रदेश में युवा मोर्चा उपाध्यक्ष रह कर कार्य किया। पार्टी व समाजिक संस्थाओं में इनके द्वारा संभाले गए पदों की सूची आगे दी गयी है।

पार्टी द्वारा पूर्व में लोकसभा से लड़े प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, श्री मदन लाल खुराना, श्रीमती सुषमा स्वराज, श्री जगदीश मुखी तथा गत में श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा जी के चुनावों में इन्होनें अहम भूमिका निभाई तथा पार्टी की योजना से दिल्ली के अलावा भी विभिन्न राज्यों के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों में जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, अमृतसर (पंजाब), हिमाचल प्रदेश आदि प्रमुख हैं।

माँ सरस्वती की इनपर विशेष कृपा है, जिसके कारण यह कविता पाठ, लेखन तथा भाषण कला में निपुण हैं। प्रदेश द्वारा आयोजित अभ्यास वर्गों में भाषण कला के सत्रों को सम्बोधित करने के लिए इन्होनें दिल्ली भर के मंडलों में प्रवास किया जिसको सर्वाधिक सराहा गया। चाहे वह राम मंदिर का मुद्दा हो या सत्याग्रह नरेंद्र जी ने हर बार संघर्ष किया और अन्याय के विरुद्ध लड़ते हुए तथा पार्टी द्वारा आयोजित जन आंदोलनों की मुख्या धारा में रहते हुए कई बार अपनी स्वेच्छिक गिरफ्तारी दी और जेल गए।

1988 में इनका विवाह उर्मिल जी से हुआ। 1989 और 1992 में इनके घर दो बेटियों का जन्म हुआ, जिनमें एक दिल्ली हाई कोर्ट में वकील है और दूसरी अध्यापिका के रूप में कार्य कर रही है।

1996 से भारतीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत के पोषक एवं राजदूत के रूप में देश की सर्वश्रेष्ठ रामलीला एवं कृष्णलीला (ध्वनि एवं प्रकाश के माध्यम से) करवाने का श्रेय प्राप्त हुआ है। क्षेत्र में समाजिक एवं धार्मिक संगठनों से जुड़ कर समाज के लिए तन-मन से काम किया। क्षेत्र को जनकपुरी क्लब जैसा प्रतिष्ठित क्लब दिया और 1993 से 2017 तक वहाँ का हर चुनाव भारी मतों से जीता। जनकपुरी अतिविशिष्ट चिकित्सालय को निजीकरण से बचाने के लिए एक लम्बी लड़ाई लड़ी जिसमें सफलता प्राप्त हुई जिसके कारण आज वो आम जनता के लिए निशुल्क खुला है।

सीलिंग तथा सुरक्षा अव्यवस्था की स्थिति में ना केवल कन्फेडरशन ऑफ़ जनकपुरी अस्सोसिएशन्स (जो कि जनकपुरी की सभी आर.डब्लू.ऐ., मार्किट अस्सोसिएशन्स, ट्रेडर्स अस्सोसिएशन्स, समाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के ऊपर एक शीर्ष संस्था है), का सृजन और गठन किया बल्कि उसके माध्यम से अनेक अरोग्यता, रक्त दान, कानूनी सलाह, विद्यार्थियों के लिए परामर्श, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सम्मान, दिव्यांगों के लिए उपकरण तथा यंत्र बाँटने आदि जैसे असंख्य कैंप आयोजित किये। दिल्ली स्टडी ग्रुप के महामंत्री के पद पर रहते हुए कई बड़े कार्यक्रम करवाए और विभिन्न देशों जैसे साउथ कोरिया, चीन, नेपाल एवं कम्बोडिया में भारत के प्रतिनिधि मंडल की अगवाई की तथा विश्व शांति के लिए सराहनीय योगदान देने वाली संस्था एच. डब्लू. पी. एल. ने इन्हें पब्लिसिटी पीस अम्बैसेडर नियुक्त किया। जब भी क्षेत्र पर कोई समस्या आई है तब इन्होंने सभी को साथ लेकर समस्या का हल निकालने का हर सम्भव अथक प्रयास किया। उनकी लम्बी सेवाओं और स्वच्छ छवि को दृष्टि में रखते हुए पार्टी ने उन्हें 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनाव में जनकपुरी पश्चिम (वार्ड संख्या 15 – एस) से पार्टी का उम्मीदवार बनाया।

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क्षेत्र के निवासियों ने उन्हें भारी मतों से विजयी बनाया और अपने निगम पार्षद के रूप में चुना। उन्हें 2018-19 के लिए महापौर के रूप में मनोनित किया गया एवं वे स्थाई समिति दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। पार्षद के तौर पर वो न केवल दिन-रात अपने वार्ड के लिए कार्य कर रहे हैं बल्कि साथ ही साथ ये सुनिश्चित करते हैं के रोज़मर्रा की शिकायतों को तुरंत दूर किया जा सके, उनका अथक प्रयास रहता है के निवासियों की परेशानियों का दीर्घकालिक समाधान किया जा सके। वो समाजिक विषयों को सही तरीके से उठाते हैं और उपयुक्त प्राधिकारियों की सहायता लेते हुए उनपर कार्य करने के लिए उद्यत रहते हैं।
पत्रों एवं फ़ोन द्वारा तथा हर दुःख-सुख की घड़ी में हर व्यक्ति के साथ खड़े रहकर उन्होंने जनकपुरी के हर घर के साथ एक सीधा सम्बन्ध स्थापित किया है। वे ये सुनिश्चित करते हैं के चुनाव के समय लिए गए हर संकल्प को वे पूरी निष्ठा से पूर्ण करें। अपनी सुंदर कार्यशैली व व्यक्तित्व के कारण वे हर कार्य को एक अनोखी दिशा देते हैं। उन्होंने साप्ताहिक निरिक्षण दौरों को अपनी कार्यपद्धति का हिस्सा बनाया है जिसमें नरेंद्र जी क्षेत्र के विभिन्न भागों में अधिकारीयों तथा स्थानीय निवासियों के साथ पैदल चलकर स्वयं इलाके का जायज़ा लेते हैं और वहाँ आ रही प्रतिदिन की छोटी से छोटी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास करते हैं। वे जवाबदेही एवं पारदर्शिता के आदर्शों को मानते हैं और ये भी जानते हैं की यह युग सोशल मीडिया का है, इसीलिए वे अपने प्रतिदिन के कार्यों को लिखकर चित्रों के साथ रोज़ अपने सोशल नेटवर्किंग अकाउंट की पोस्ट के रूप में अपलोड करना ज़रूरी समझते हैं जोकि आप संपर्क सूचना में दिए गए लिंक का इस्तेमाल करते हुए देख सकते हैं। वे परम् आदरणीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के आदर्शों से उत्प्रेरित हैं और उन्हीं के विचारों का प्रचार करते हैं। जन सेवा की ओर उनके इस झुकाव की प्रशंसा ना केवल पश्चिमी दिल्ली के लोग बल्कि पार्टी में उनसे जेष्ठ भी करते हैं।

नरेंद्र जी एक ऊर्जस्वी व्यक्तित्व के स्वामी हैं और लोगों को उनके रूप में एक कर्मठ सेवक मिला है जो सदैव सच्चाई एवं अच्छाई के पथ पर ही चलते हैं।